क्या यही प्यार है आँखों के आगे मतलब की, खड़ी हुई दीवार सुनो, क्या यही प्यार है। क्या यही प्यार है आँखों के आगे मतलब की, खड़ी हुई दीवार सुनो, क्या यही...
अपनों की प्रतिक्रिया क्या हो, ये सोचकर भी डर जाते हैं। अपनों की प्रतिक्रिया क्या हो, ये सोचकर भी डर जाते हैं।
रोज उठोगे भोर में, और टहलना शाम देह बनेगी आपकी, तन-मन भी आराम। रोज उठोगे भोर में, और टहलना शाम देह बनेगी आपकी, तन-मन भी आराम।
मन धन दौलत से संतुष्ट न होता है लेकिन आहार से ही संतुष्ट बनेगी। मन धन दौलत से संतुष्ट न होता है लेकिन आहार से ही संतुष्ट बनेगी।
सेवा में लग जाती है जो हाँ एक बेटी है वो। सेवा में लग जाती है जो हाँ एक बेटी है वो।
सबसे मुश्किल सच का निर्णय लेना, मनोबल से संभव होता कर गुजरना। सबसे मुश्किल सच का निर्णय लेना, मनोबल से संभव होता कर गुजरना।